झारखंड में पांच चरणों में होगा मतदान, 23 दिसंबर को आएंगे नतीजे

मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुनावी कार्यक्रम की घोषणा की। चुनाव की तारीखों की घोषणा के साथ ही राज्य में आचार संहिता लागू हो गई है। पांच चरणों के मतदान में दूसरे चरण की वोटिंग सात दिसंबर को होगी। तीसरे चरण का मतदान 12 दिसंबर जबकि 16 दिसंबर को चौथे चरण का मतदान होगा। पांचवें और आखिरी चरण का मतदान 20 दिसंबर को होगा। झारखंड में 2.265 करोड़ वोटर हैं। इस बार मतदान केंद्रों में भी 20 फीसदी का इजाफा किया गया है। 


कहां कब मतदान 



पहला चरण में इन सीटों पर मतदान 


छतरा, गुमला, बिशुनपुर, लोहरदगा, मनिका, लातेहार, पनकी, डालटनगंज, बिश्रामपुर, छतरपुर, हुसैनाबाद, गढ़वा, भवनाथपुर



दूसरा चरण 


बहरागोड़ा, घाटशिला, पोटका, जुगसलाई, पूर्वी जमशेदपुर, पश्चिम जमशेदपुर, सरायकेला, चाईबासा, मझगांव, जगन्नाथपुर, मनोहरपुर, चक्रधरपुर, खरसावां, तमाड़, तोरपा, खूंटी, मांदर, सिसई, सिमडेगा, कोलेबिरा


रांची में तीसरे चरण में मतदान


कोडरमा, बरकट्ठा, बरही, मांडू, हजारीबाग, सिमरिया, बड़कागांव, रामगढ़, धनवार, गोमिया, बेरमो, ईचागढ़, सिल्ली, खिजरी, रांची, हटिया, कांके


चौथे चरण में 15 सीटों पर वोटिंग 


मधुपुर, देवघर, बगोदर, जमुआ, गांडेय, गिरिडीह, डुमरी, बोकारो, चंदनकियारी, सिंदरी, निरसा, धनबाद, झरिया, टुंडी, बाघमारा


पांचवें चरण में इन सीटों पर वोट


राजमहल, बोइरो, बरहेट, लिट्टीपाड़ा, पाकुड़, महेशपुर, शिकारीपाड़ा, दुमका, जामा, जरमुंडी, नाला, जामताड़ा, सारठ, पोडैयाहाट, गोड्डा, महगामा



नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में मतदान चुनौती 


झारखंड में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में मतदान कराना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती होगी। राज्य के 19 जिलों की 67 सीटें नक्सल प्रभावित हैं। इसके अलावा 19 जिले संवेदनशील और 13 अति संवेदनशील घोषित किए गए हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा है कि नक्सल प्रभावित क्षेत्र में विशेष सुरक्षा इंतजाम कराए गए हैं। 


झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा का कार्यकाल अगले साल पांच जनवरी 2020 को समाप्त हो रहा है। राज्य में अभी भाजपा-आजसू (ऑल झारखंड स्टूडेंट यूनियन) गठबंधन की सरकार है। रघुवर दास राज्य के मुख्यमंत्री हैं।  पिछले चुनाव में भाजपा ने 37 और उसकी सहयोगी आजसू ने 5 सीटों पर जीत हासिल की थी। महाराष्ट्र और हरियाणा में झटका खाने के बाद एनडीए के सामने राज्य में अपनी सत्ता बचाने की कड़ी चुनौती होगी। कांग्रेस, झारखंड मुक्ति मोर्चा, झारखंड विकास पार्टी और राष्ट्रीय जनता दल भी चुनाव मैदान में होंगे।


बहुमत के लिए चाहिए इतनी सीटें 


झारखंड विधानसभा में कुल 81 सीटें हैं। बहुमत के लिए 41 सीटों की जरूरत होगी। पिछले चुनाव में भाजपा और आजसू के अलावा कांग्रेस ने छह, झारखंड मुक्ति मोर्चा ने 19, झाविमो ने 8 और अन्य के खाते में छह सीटें गई थीं।